ब्लोटिंग, कब्ज, दमकती त्वचा और वेट लॉस का सस्ता घरेलू इलाज मात्र ₹30 में
जी हाँ, आपने सही सुना। ब्लोटिंग,कब्ज, दमकती त्वचा और वेट लॉस का सस्ता घरेलू इलाज मात्र ₹30 में आप घर बैठ के ही कर सकते है। ये होम रेमेडी से आप ब्लोटिंग और कब्ज ही नहीं बल्कि दमकती त्वचा वेट लॉस भी आसानी से कर सकते है।
ब्लोटिंग (bloating) और कब्ज (constipation) आज एक आम समस्या है। भारत जैसे देश में भी लगभग हर घर में इस बीमारी से पीड़ित लोग मिल जाएंगे। यदि आप चाहते है की ब्लोटिंग और कब्ज की ये बीमारी जड़ से ख़तम हो तो ये सस्ती होम रेमेडी को आपको डेली अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
मात्र ₹30 में इस घरेलू उपाय का उपयोग करके आप ब्लोटिंग और कब्ज के साथ साथ दमकती त्वचा और वेट लॉस का भी उपाय कर सकते है।
ब्लोटिंग जिसे हम आम तौर पर पेट की सूजन या पेट में गैस बनना या पेट में भारीपन कहते हैं। ब्लोटिंग होने के कई कारण है जैसे बहुत अधिक मात्रा में आंतों में गैस बनना, अधिक भोजन करना, जल्दी-जल्दी भोजन करना, कमजोर पाचन तंत्र, मल त्यागने में कठिनाई। साथ ही कुछ खाद्य पदार्थ और पेय, जैसे बीन्स, दाल, मैगी, पैकेट फ़ूड, बासी खाना और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स आदि।
कब्ज (constipation) वह स्थिति है जब किसी व्यक्ति का मल बहुत सख्त होता है और मल त्यागने में कठिनाई होती है, उस स्थिति को कब्ज कहा जाता है। कब्ज का मुख्य कारण भोजन में पर्याप्त फाइबर न लेना और कम पानी पीना है।
इसके अलावा लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहना, शारीरिक गतिविधियां कम करना और दवाओं का सेवन ज्यादा लेना भी हो सकता है। लम्बे समय तक कब्ज की दवा लेना भी कब्ज का कारण बन जाता है।
एक बार जब कोई व्यक्ति इन दोनों बीमारियों से पीड़ित हो जाता है तो ये दीर्घकालिक बीमारियां होती हैं। इस बीमारी के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं जैसे चेहरे की चमक खोना, कील-मुंहासे, डार्क सर्किल आदि।
पेट को सभी रोगों की जड़ माना जाता है क्योंकि सभी बीमारी की शुरुआत हमारे पेट से ही होती हैं। अगर हमारा पेट स्वस्थ हैं तो हम हमेशा स्वस्थ रहते हैं आपने भी अक्सर एक मुहावर सुना होगा “पेट सफा तो हर रोग दफा “.
अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से परेशान हैं तो अब आपको सारी जिंदगी महंगी दवाइयों के लिए मेडिकल स्टोर्स के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। यह काम आप रोजाना सिर्फ 30 रुपये खर्च करके कर सकते हैं।
आपको बस रोजाना पपीते का सेवन करना है। हमारे आयुर्वेद में पपीते को पेट साफ़ करने यानि कब्ज और पेट की सूजन (ब्लोटिंग) के लिए सर्वोत्तम आहार बताया गया है।
पपीता फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, विटामिन सी, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी1, बी3, बी5 और विटामिन के जैसे पोषक तत्वों से भंडार होता है।
तो आइए जानते हैं कि पपीता खाने से ब्लोटिंग, कब्ज, दमकती त्वचा और वेट लॉस में कैसे फायदेमंद है।
ब्लोटिंग (पेट फूलने) होने पर पपीता खाने के फायदे
खराब पाचन तंत्र वाले लोगों के लिए रोजाना पपीता खाना बहुत फायदेमंद होता है। खाली पेट पपीता खाने से आप ब्लोटिंग (पेट फूलने) की समस्या से बच सकते हैं। कई बार आंतों में तनाव के कारण भी हाथों में सूजन आ जाती है। पपीता पाचन तंत्र पर तनाव से राहत देता है और भोजन को तेजी से पचाने में मदद करता है।
पपीते में पपेन और काइमोपैपेन जैसे एंजाइम होते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं। ये एंजाइम प्रोटीन को पचाने में सहायक होते हैं। पपेन एक एंजाइम है जो कच्चे पपीते के फल में पाए जाने वाले सफेद तरल पदार्थ (लेटेक्स) में पाया जाता है।
पपीता में पेप्सिन नामक तत्व भी होता है, जो बहुत ही पाचक होता है। यह विशेष रूप से उन स्थितियों में भोजन को पचाने में मदद करता है जब आपका पाचन तंत्र भोजन को पचाने के लिए पर्याप्त एंजाइम का उत्पादन नहीं करता है।
यह एंजाइम पेट में बचे भोजन को तोड़ने में मदद करता है, जिससे भोजन को पचाना आसान हो जाता है। इससे पेट में सूजन और अपच की संभावना कम हो जाती है।
ये एंजाइम गैस को कम करके और पाचन को बढ़ाकर सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। खाली पेट पपीता खाने से पेट फूलने की समस्या नहीं होती है।
पपीते में पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में होता है। पोटेशियम हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक खनिज है जो द्रव संतुलन, इलेक्ट्रोलाइट स्तर और मांसपेशियों के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। संतुलित पोटेशियम का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रहता है और सूजन को रोकने में मदद कर सकता है।
कब्ज होने पर पपीता खाने के फायदे
अगर आप मार्किट में kabj ki medicine ढूंढ रहे हो तो आपको कही जाने जरुरत नहीं है। कब्ज का सबसे बड़ा कारण भोजन में फाइबर की कमी, दिन भर में कम पानी पीना और खराब जीवनशैली है।
पपीते में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जो कब्ज के लिए रामबाण इलाज है। घुलनशील फाइबर से भरपूर पपीता पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाता है और कब्ज से बचाता है।
कब्ज होने पर सौंफ खाने के लाजवाब फायदे
पपीते में पानी की मात्रा अधिक होने के कारण यह हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखता है, जिससे आंतों में भी नमी बनी रहती है।
इसमें फाइबर मौजूद होने के कारण यह बॉवेल मूवमेंट को सही रखता है और मल को नरम बनाता है जिससे मल त्यागने में आसानी होती है।रोज सुबह खाली पेट पपीते का सेवन करने से दिनभर पेट में गैस जमा नहीं होती है। रोजाना सुबह खाली पेट पपीते के नियमित सेवन से कब्ज से छुटकारा मिल जाता है।
दमकती त्वचा के लिए पपीता खाने के फायदे
पपीता विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइम के साथ-साथ पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों से भरपूर होता है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। पपीते में मौजूद विटामिन सी त्वचा को चमकदार बनाने और काले धब्बों को कम करने में मदद करता है।
इसमें मौजूद पपेन एंजाइम मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाता है जिससे त्वचा चिकनी, अधिक चमकदार हो जाती है।
पपीते में मौजूद विटामिन ए, सी, ई के साथ-साथ बीटा-कैरोटीन और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट और पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से निपटने और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। ये पोषक तत्व त्वचा को स्वस्थ और सुंदर बनाने में मदद करते हैं।
पपीते में मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में कोलेजन को बढ़ाने का काम करता है। कोलेजन एक आवश्यक प्रोटीन है जो त्वचा को लचीला और मजबूत बनाये रखता है। यह प्रोटीन झुर्रियों और ढीली त्वचा को कम करने में मदद करता है और त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाता है।
पपीते में मौजूत पानी हमारी ड्राई स्किन को हाइड्रेटेड और नमीयुक्त बनाये रखता है। पपीता एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण यह हमारी स्किन को सूरज की यूवी किरणों और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाता है, जिससे हमारी स्किन चमकदार और जवान बनी रहती है।
वेट लॉस करने के लिए पपीता खाने के फायदे
पपीते में कैलोरी कम होती है लेकिन पोषण अधिक होता है, जिससे यह वजन कम करने वालों के लिए एक बढ़िया विकल्प है। पपीते में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है, जिसका अर्थ है कि इसके सेवन करने से रक्त शर्करा के स्तर तेजी से बढ़ाता नहीं है।
कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ वजन घटाने के लिए फायदेमंद होते हैं क्योंकि वे हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करते हैं। पपीते में मौजूद फाइबर खाने के बाद संतुष्टि की भावना को बढ़ाने का काम करता है, जिससे पेट भरा रहता है, जिससे ज्यादा खाने की संभावना कम हो जाती है।
इसमें प्राकृतिक मिठास होती है जो मीठे स्नैक्स या मिठाई खाने की इच्छा को कम कर देती है। पपीता इनडायरेक्ट रूप से हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को संतुलित करके वजन घटाने में मदद करता है।
पपीते में मौजूद पपेन और अन्य एंजाइम लीवर के काम को सुचारु रूप से काम करने में सहायता करते हैं। जिससे लिवर स्वस्थ रहता है और शरीर के विषैले तत्त्व को शरीर से बाहर निकाल देता है। पपीता इनडायरेक्ट रूप से हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को संतुलित करके वजन घटाने में मदद करता है।
साथ ही पपीता पाचन में सुधार करके यह सुनिश्चित करता है भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाये। इससे वजन बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।
नियमित रूप से खाली पेट पपीते को अपने आहार में शामिल करने से ये स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं और ब्लोटिंग,कब्ज, दमकती त्वचा और वेट लॉस जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
पपीते के पोषण संबंधी लाभों को प्राप्त करने के लिए, इसे ताजा खाएं, इसे स्मूदी में मिलाएं, सलाद या डेसर्ट में जोड़ें और इसके स्वाद का आनंद लें।
Disclaimer(अस्वीकरण) : यह जानकारी सिर्फ घरेलू नुस्खों के आधार पर दी गई है। कृपया इस जानकारी के आधार पर पपीते का सेवन औषधि के रूप में न करें। takecareeveryday.com में चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी घरेलू नुस्खे, योग, धर्म और सौंदर्य विषय केवल आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे जुड़ा कोई भी प्रयोग करने से पहले सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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