गर्मियों में ऑयली बालों की समस्या बिना शैम्पू के दूर करे ये 5 घरेलु उपाय
गर्मियों में धूप से सिर्फ चेहरे की त्वचा ही नहीं बालों की भी समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में गर्मियों में ऑयली बालों की समस्या एक आम समस्या है। कुछ लोगों को ऑयली बालों की समस्या हर मौसम में होती है लेकिन गर्मियों में यह समस्या और बढ़ जाती है। एक बार जब ऑयली बालों की समस्या होने लगती है तो इस समस्या से बचना मुश्किल हो जाता है।
ऑयली बालों की समस्या से बचने के लिए हम नियमित रूप से शैंपू का इस्तेमाल शुरू कर देते हैं। रोजाना शैंपू करने से बालों और स्कैल्प का नेचुरल ऑयल निकल जाता है। हमारे स्कैल्प की त्वचा अपने आप नेचुरल ऑयल बनाती रहती है, जिससे बाल नेचुरल रूप से Soft, Silky and Shiny बने रहते हैं। साथ ही बालों की जड़ें भी मजबूत होती हैं।
गर्मियों में ऑयली बालों से क्या समस्याएं हो सकती हैं?
ऑयली स्कैल्प से न सिर्फ बालों से जुड़ी समस्याएं होती हैं, बल्कि इसका असर हमारी त्वचा पर भी देखने को मिलता है। तैलीय बाल चेहरे के साथ-साथ पीठ, कंधों और छाती पर भी समस्या पैदा कर सकते हैं। क्योंकि गंदे, तैलीय और संक्रमित स्कैल्प से मुंहासे, फंगल एक्ने या डर्मेटाइटिस हो सकते हैं।
गर्मियों में अत्यधिक पसीने के कारण हमारे सिर की त्वचा अधिक चिकनी हो जाती है और बाल भी अधिक चिपचिपे और तैलीय हो जाते हैं, जिससे बालों में डैंड्रफ, फंगस, खुजली, बालों के झड़ने की समस्या होने लगती है।
ऑयली बालों के कारण हमें शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चिपचिपे और तैलीय बालों के कारण हममें आत्मविश्वास की कमी होती है। हम कितनी भी महंगी और खूबसूरत ड्रेस पहन लें, अगर हमारे बाल चिपचिपे हैं तो हमारा लुक इम्प्रेसिव नहीं लगेगा।
गर्मियों में ऑयली बाल क्यों हो जाते है ?
वैसे गर्मियों में ऑयली बालों की समस्या बालों की ठीक से देखभाल न करने के कारण भी हो सकती है। गर्मियों में बढ़ता तापमान तैलीय बालों वाले लोगों के लिए और अधिक परेशानी पैदा करता है।
गर्मियों में एक तो बहुत पसीना आता है। दूसरा मुख्य कारणों में से एक ओवरएक्टिव सिबेशस ग्लैंड है। गर्मियों में ये ग्रंथियां अति सक्रिय होती हैं, जिसके कारण अत्यधिक सीबम का उत्पादन होता है। इसलिए गर्मियों में हमारे बाल ज्यादा ऑयली हो जाते हैं। इसलिए इस मौसम में बालों को ज्यादा केयर की जरूरत होती है।
गर्मियों में ऑयली बालों के लिए बिना शैम्पू के घरेलु टिप्स
ऑयल फ्री बाल बनाने के लिए मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट्स उपलब्ध है। ऑयल फ्री बाल बनाने के लिए मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं। लेकिन मार्किट के अधिकतर प्रोडक्ट महंगे भी होते हैं और उनमें केमिकल भी मिला होता हैं। इन प्रोडक्ट्स में पाए जाने वाले केमिकल हमारे बालों और स्कैल्प को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
गर्मियों में ऑयली बालों की समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि बालों को अच्छे से धोएं। ऑयली फ्री बालों के लिए महिलाएं अक्सर शैंपू करना पसंद करती हैं। शैंपू करने से तैलीय बालों से छुटकारा मिलता है, लेकिन रोजाना शैंपू करने से बालों और स्कैल्प से नेचुरल ऑयल भी निकल जाता है। जिससे बाल रूखे, बेजान और पतले हो जाते हैं।
तो आइए जानते है गर्मियों में ऑयली बालों की समस्या बिना शैंपू के दूर करने के घरेलु उपाय
इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आप दादी मां के घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आप दादी मां के घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये देशी नुस्खे मार्किट के प्रोडक्ट से सस्ते तो होते ही है साथ ही ये केमिकल रहित भी होते है। ये नेचुरल नुस्खे बिना शैम्पू के ही गर्मियों में बालो को आयल फ्री कर सकते है।
ऑयली बालों के लिए मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी (Fuller’s earth) एक प्रकार की औषधीय मिट्टी है। औषधीय मिट्टी होने के कारण मुल्तानी मिट्टी में किसी प्रकार का केमिकल नहीं होता है। इसका उपयोग प्राचीन काल से बालों को धोने और उरूप को निखारने के लिए किया जाता रहा है। अगर आप अपने बालों को बिना शैम्पू के नेचुरल तरीके से ऑयली फ्री बनाना चाहते हैं, तो मुल्तानी मिट्टी से बेहतर कुछ नहीं है।
मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कैसे करें –
- मुल्तानी मिट्टी को अपनी जरुरत के अनुसार रात भर पानी में भिगो दें।
- अगली सुबह आप इसे अच्छे से मैश करके पेस्ट बना लें
- अब इसे अपने बालों और स्कैल्प पर लगाएं।
- अब हल्के हाथों से अपने स्कैल्प की मसाज करें, ताकि मुल्तानी मिट्टी आपके बालों में अच्छे से समा जाए।
- अब कुछ देर के लिए अपने बालों को ऐसे ही छोड़ दें।
- करीब 20 से 30 मिनट बाद जब आपको लगे कि मुल्तानी मिट्टी अच्छी तरह सूख गई है तो बालों को पानी से अच्छी तरह धो लें।
- ऐसा हफ्ते में एक या दो बार करने से आपके बालों को फायदा होगा।
मुल्तानी मिट्टी केमिकल फ्री होने के कारण आपके बालों और स्कैल्प पर इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। बालों को ऑयल फ्री बनाने के अलावा मुल्तानी मिट्टी डैंड्रफ, खुजली और जूं आदि की समस्या को भी दूर करने में मदद करती है।
ऑयली बालों के लिए आंवला, रीठा और शिकाकाई
आंवला, रीठा और शिकाकाई बालों की सभी समस्याओं जैसे बालों का झड़ना, सफेद होना, रूसी, दोमुंहे बालों और ऑयली बालों की समस्या के लिए रामबाण इलाज है। आंवला, रीठा और शिकाकाई, इन तीन हर्बल फलों का उपयोग आयुर्वेद में हजारों सालों से बालों की देखभाल के लिए किया जाता रहा है। हेयर एक्सपर्ट्स भी बालों के लिए आंवला, रीठा और शिकाकाई को हेल्दी बताते हैं।
बालों में आंवला, रीठा और शिकाकाई लगाने के बाद शैंपू की जरूरत नहीं होती है। बिना शैम्पू व कंडीशनर के ही बाल सिल्की, शाइनिंग हो जाते है।
आंवला में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और कई अन्य पोषक तत्व बालों को जड़ों से घना और मजबूत और काला बनाते हैं। वहीं रीठा में मौजूद आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन सी बालों की कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है। शिकाकाई बालों की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को रिपेयर करता है।
आंवला, रीठा और शिकाकाई का इस्तेमाल कैसे करें –
आवश्यक सामग्री:एक चम्मच आंवला पाउडर + एक चम्मच रीठा पाउडर + एक चम्मच शिकाकाई पाउडर + आधा कप दही
हेयर पैक बनाने का तरीका :
- सबसे पहले दही में आंवला, रीठा और शिकाकाई पाउडर मिला लें।
- अब इस पैक को नहाने से 1 घंटे पहले तक अपने बालों पर लगा रहने दें।
- अब 1 घंटे बाद अपने स्कैल्प पर हल्के हाथों से मसाज करें, जिससे आंवला, रीठा और शिकाकाई आपके बालों में अच्छे से समा जाएं।
- अब इस पैक को नहाते समय गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें।
- ऐसा हफ्ते में दो या तीन बार करने से आपके तैलीय बालों को फायदा होगा। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
ऑयली बालों के लिए टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल एक एसेंशियल ऑयल है जिसे मेलेलुका अल्टरनिफोलिया नामक पौधे की पत्तियों से निकाला जाता है। टी ट्री ऑयल प्लांट ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है।
इसमें एंटीमाइक्रोबियल और कई अन्य गुण होते हैं, जिनका उपयोग त्वचा से संबंधित सभी समस्याओं जैसे फंगल संक्रमण, स्कैल्प, मुँहासे, घाव या कीड़े के काटने आदि से राहत पाने के लिए किया जाता है।
इसका इस्तेमाल अक्सर डैंड्रफ और मुंहासों जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है, लेकिन तैलीय बालों में भी इसका बेहतर परिणाम होता है।
टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कैसे करें –
आवश्यक सामग्री :
- चार से पांच बूंदें वर्जिन नारियल
- आठ से दस बूंदें टी ट्री ऑयल
- तौलिया
- एक कटोरी
हेयर पैक बनाने का तरीका :
- एक बाउल में टी ट्री ऑयल और वर्जिन कोकोनट मिलाएं।
- अब इस मिश्रण को गुनगुना होने तक गर्म करें।
- जब तेल गुनगुना हो जाए तो इसे अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं और हल्के हाथों से 15 मिनट तक मसाज करें।
- इसके बाद एक मोटे तौलिये को गर्म पानी में 5 मिनट के लिए भिगो दें।
- इसके बाद तौलिये को निचोड़कर बालों को गर्म तौलिये से बांधकर बालों को भाप दें।
- बालों को 10 से 15 मिनट तक बांधकर खुला छोड़ दें।
- बालों को अच्छी तरह से सुखाने के बाद बालों को गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें।
- इसे आप हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकते हैं।
ऑयली बालों के लिए एलोवेरा
एलोवेरा न सिर्फ सेहत के लिए बल्कि खूबसूरती से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी उपयोगी है। एलोवेरा में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी होता है जो हमारे बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एलोवेरा बालो के लिए एक तरह से नेचुरल कंडीशनर का काम करता है।
एलोवेरा बालों के सीबम प्रोडक्शन को कंट्रोल में रखने में फायदेमंद होता है। गर्मियों में पसीना और ऑयली स्कैल्प रोमछिद्रों को बंद करके बालों के झड़ने और ऑयली बालों का कारण बन सकती है। ऐसे में एलोवेरा रोमछिद्रों को खोलने के साथ-साथ स्कैल्प को गहराई से हाइड्रेट करने का काम करता है। जो तैलीय बालों की समस्या में फायदेमंद होता है।
एलोवेरा का इस्तेमाल कैसे करें–
आवश्यक सामग्री :
- 3 – 4 चम्मच एलोवेरा जेल (बालों की आवश्यकता के अनुसार)
- एक चम्मच नींबू का रस
हेयर पैक बनाने का तरीका :
- एक बाउल में टी ट्री ऑयल और वर्जिन कोकोनट मिलाएं।
- अब इस मिश्रण को गुनगुना होने तक गर्म करें।
- जब तेल गुनगुना हो जाए तो इसे अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं और हल्के हाथों से 15 मिनट तक मसाज करें।
- इसके बाद एक मोटे तौलिये को गर्म पानी में 5 मिनट के लिए भिगो दें।
- इसके बाद तौलिये को निचोड़कर बालों को गर्म तौलिये से बांधकर बालों को भाप दें।
- बालों को 10 से 15 मिनट तक बांधकर खुला छोड़ दें।
- बालों को अच्छी तरह से सुखाने के बाद बालों को गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें।
- इसे आप हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकते हैं।
ऑयली बालों के लिए एलोवेरा
एलोवेरा न सिर्फ सेहत के लिए बल्कि खूबसूरती से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी उपयोगी है। एलोवेरा में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी होता है जो हमारे बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एलोवेरा बालो के लिए एक तरह से नेचुरल कंडीशनर का काम करता है।
एलोवेरा बालों के सीबम प्रोडक्शन को कंट्रोल में रखने में फायदेमंद होता है। गर्मियों में पसीना और ऑयली स्कैल्प रोमछिद्रों को बंद करके बालों के झड़ने और ऑयली बालों का कारण बन सकती है।
ऐसे में एलोवेरा रोमछिद्रों को खोलने के साथ-साथ स्कैल्प को गहराई से हाइड्रेट करने का काम करता है। जो तैलीय बालों की समस्या में फायदेमंद होता है।
एलोवेरा का इस्तेमाल कैसे करें–
आवश्यक सामग्री :
- 3 – 4 चम्मच एलोवेरा जेल (बालों की आवश्यकता के अनुसार)
- एक चम्मच नींबू का रस
हेयर पैक बनाने का तरीका :
- एक कटोरी में एलोवेरा जेल और नींबू के रस को अच्छी तरह मिला लें।
- उसके बाद उस घोल को बालों में लगाकर हल्के हाथों से 5 से 10 मिनट तक मसाज करें।
- फिर इस घोल को बालों पर 1 घंटे के लिए छोड़ दें।
- 1 घंटे बाद बालों को अच्छी तरह से पानी से धोले।
- यह प्रक्रिया रात में भी की जा सकती है और सुबह आप नहाते समय बालों को धो सकते हैं।
- कोशिश करें कि एलोवेरा जेल बाजार का उपयोग न करें और इसे सीधे एलोवेरा के पौधों से नेचुरल रूप से लें।
ऑयली बालों के लिए सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
सेब के सिरके को एप्पल साइडर विनेगर के नाम से भी जाना जाता है। एप्पल साइडर विनेगर को सेब के रस को फर्मेंट करके बनाया जाता है। सेब के सिरके में एसिटिक एसिड होने के कारण यह हमारी त्वचा और स्कैल्प के पीएच लेवल को भी संतुलित करता है।
सेब के सिरके में एंटी-सेप्टिक, एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो स्कैल्प में ऑयली बालों के कारण जमा गंदगी को आसानी से साफ कर देते हैं। यह सिरका स्कैल्प के रोमछिद्रों में जाकर उन्हें अंदर से साफ करता है।
ज्यादा ऑयली बालों का पीएच लेवल बहुत कम होता है। इसलिए सेब का सिरका इस समस्या को दूर करने में काफी मददगार हो सकता है।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) का इस्तेमाल कैसे करें –
आवश्यक सामग्री :
· 2 से 3 बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर
· एक कप पानी
हेयर पैक बनाने का तरीका :
- एक कप पानी में 2 से 3 बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाये।
- फिर इसे अच्छे से मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं।
- 2 से 3 मिनट तक बालो में लगा रहने दे।
- आप इसे हफ्ते में कम से कम तीन से चार बार लगा सकते हैं।
सावधानी :
- अगर आप सेब के सिरके को बालों में लगा रहे हैं तो ध्यान रखें कि इस सिरके को बालों में 2 से 3 मिनट से ज्यादा नहीं लगाना है।
- सेब के सिरके को बालों में लगाते समय इसकी सीमित मात्रा में ही प्रयोग करें। इसका ज्यादा इस्तेमाल बालों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- इसे अपने बालों में लगाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Best of luck!
thanks for the nice comment
thanks for comments
Good to know!
thanks for comments
Nice information ❤️