अगर आप भी तोड़ते है नाक के बाल, तो हो जाइये सावधान
अगर आप भी तोड़ते है नाक के बाल,तो हो जाइये सावधान – agar aap bhi todte hai naak ka baal to ho jaiye saavadhaan
नमस्कार दोस्तों, अगर आप भी तोड़ते है नाक के बाल तो समझ लीजिए कि यह पोस्ट आपके लिए बहुत उपयोगी है। हमने अक्सर यह मुहावरा सुना है कि “नाक का बाल होना (naak ka baal hona)” ।
नाक का बाल होना मुहावरे का अर्थ है “बहुत प्यारा (प्रिय) होना या फिर बहुत गहरा मित्र होना”। यानी जिस तरह हम अपने किसी प्रिय का ख्याल रखते हैं, उसी तरह हमें नाक के बालों का भी ख्याल रखना चाहिए।
नाक के बालों के फ़ायदों के कारण ही “नाक का बाल होना” मुहावरा बना है।
आखिर हमें अपनी नाक के बाल क्यों नहीं काटने चाहिए?
इसलिए अगर आप भी तोड़ते है नाक के बाल तो नाक के बाल तोड़ने के नुकसान जानकर, आप अपनी नाक के बाल तोड़ने से पहले सौ बार सोचेंगे।
नाक के बाल हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। नाक के बाल वातावरण में मौजूद हानिकारक धूल कणों और बैक्टीरिया को हमारे अंदर प्रवेश करने से रोकते हैं।
तो आइए आज हम नाक के बालों से जुड़ी जानकारी लेते हैं, जिससे हम जान सकते हैं कि नाक के बालों का क्या महत्व (Nose Hair Benefits) है।
आप भी जानते हैं हमारे आसपास का वातावरण कितना प्रदूषित हो गया है। हवा में धूल, मिट्टी, बैक्टीरिया और रासायनिक तत्वों का स्तर काफी बढ़ गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार जब हम सांस लेते हैं तो नाक के बाल हमारे शरीर के लिए नेचुरल मास्क और एयर फिल्टर का काम करते हैं।
नाक के बाल काटने के बाद यह धूल, मिट्टी और बैक्टीरिया सांस के साथ हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। जिससे हम कई तरह की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
इसलिए जब नाक में बाल होते हैं तो यह गंदगी आपके नाक के बालों में जमा हो जाती है। यह हमारे शरीर में नहीं जा पाती है।
क्या नाक के बाल गलत तरीके से तोड़ने से मौत हो सकती है?
जी हां, अगर आप भी तोड़ते है नाक के बाल, तो हो जाइये सावधान। नाक हमारे चेहरे का एक संवेदनशील हिस्सा है।
नाक के बाल तोड़ने से डेंजर ट्रायंगल के हिस्से में इन्फेक्शन होने का खतरा होता है। डेंजर ट्रायंगल को चेहरे का सबसे खतरनाक हिस्सा माना जाता है।
डेंजर ट्रायंगल चेहरे का खतरनाक हिस्सा क्यों है?
नाक के ऊपरी हिस्से से शुरू करके अगर आप अपने होठों के दोनों कोनों को जोड़ते हैं, तो यह एक त्रिकोण या ट्रायंगल बनाता है। इस ट्रायंगल को चेहरे का डेंजर ट्राइंगल कहा जाता है। आंख, नाक और मुंह के आसपास का यह क्षेत्र बहुत संवेदनशील होता है।
इस क्षेत्र की रक्त वाहिकाओं का सीधा संबंध मस्तिष्क के आसपास मौजूद रक्त वाहिकाओं से होता है। मस्तिष्क से जुड़ने वाली कई महत्वपूर्ण नसें इन्हीं हिस्सों के पास से गुजरती हैं। जब हम नाक के बाल झटके से तोड़ते हैं तो रक्त वाहिका में छेद हो जाता है और वहां से खून निकलने लगता है।
एक बार जब रोम छिद्र खुल जाते हैं, तो उसमें जाने वाले सभी बैक्टीरिया, गंदगी और धूल रोम छिद्रों में जमा होने लगते हैं। इससे नाक में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह इंफेक्शन दिमाग की नस तक पहुंच जाता है। अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह मौत का कारण भी बन जाता है।
हम इस डेंजर ट्रायंगल को चेहरे पर कैसे पहचाने?
आप चेहरे पर डेंजर ट्रायंगल को नहीं देख सकते हैं लेकिन आप इसका अनुमान लगा सकते हैं। इसका अनुमान लगाने के लिए सबसे पहले अपने दोनों अंगूठों के सिरे को आपस में सीधा जोड़ लें। फिर दोनों तर्जनी अंगुलियों (Index Finger) के सिरे को मिलाकर त्रिभुज या ट्राइंगल बना लें। अब हाथों से बने इस त्रिकोण को चेहरे पर इस तरह रखें कि आपका अंगूठा होठों के ऊपर हो और दोनों तर्जनी अंगुलियों (Index Finger) नाक के ऊपर, आंख के पास मिलें। इस त्रिभुज के मध्य में जो भाग आता है उसे डेंजर ट्रायंगल कहते हैं।
नाक के बालों को गलत तरीके से तोड़ने से और भी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। जैसे की अगर इंफेक्शन ब्लड सप्लाई करने वाली नसों तक पहुंचता है। और वहां खून का थक्का बन जाता है तो दिमाग पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे व्यक्ति को लकवा होने का डर रहता है।
कभी-कभी यह संक्रमण कैवर्नस साइनस तक पहुंच जाता है जिसके कारण कैवर्नस साइनस थ्रॉम्बोसिस जैसी गंभीर और दुर्लभ बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है। कैवर्नस साइनस थ्रॉम्बोसिस मस्तिष्क के निचले हिस्से में और आंख के सॉकेट के पीछे एक खाली जगह होती है, जहां यह मौजूद होती है। यह रोग तब होता है जब संक्रमण चेहरे (Face) या सिर (Head) में शुरू होकर कैवर्नस साइनस तक पहुंच जाता है।
क्या नाक के बाल हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं?
नाक के बाल होना स्वाभाविक है, लेकिन कुछ लोग अपने लुक के प्रति इतने संवेदनशील होते हैं कि वे उन्हें अपनी नाक से निकालना चाहते हैं। नाक के बाल काटने के लिए लोग घरेलू तरीको से लेकर बाजार के महंगे प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करते हैं। जैसे – ट्रिमिंग, वैक्सिंग, प्लकिंग या लेजर हेयर रीमूवल आदि। ये लापरवाही एक दिन उन्ही लोगो को महंगी पड़ जाती है।
बेवजह नाक के बाल काटने से पहले हमें एक बार निम्न बिन्दुओ के बारे में जान लेना चाहिए –
- Medical Science भी कहता है कि नाक के बाल हमारे श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक हैं।
- जिस तरह पलकें हमारी आंखों को धूल, मिट्टी और अन्य चीजों से बचाती हैं, उसी तरह नाक के बाल हमारी नाक को इन चीजों से बचाते हैं।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि नाक के बालों का होना भी फेफड़ों के लिए बहुत जरूरी है। नाक के बाल फेफड़ों के लिए फिल्टर का काम करते हैं। यह हवा में मौजूद नमी को संतुलित करता है, हवा को शुद्ध करता है और फेफड़ों में भेजता है।
- जब हम नाक से हवा अंदर लेते हैं, तो हमारी नाक में पाए जाने वाले बाल हवा में मौजूद धूल के कणों, पराग कणों और एलर्जी को फेफड़ों में प्रवेश करने से रोकते हैं।
- नाक के बाल मानव शरीर का एक प्राकृतिक अंग है और हमारे शरीर के लिए एक रक्षा प्रणाली के रूप में कार्य करता है।
- ये बाल नाक में मौजूद म्यूकस मेम्ब्रेन को नाक से बाहर आने से रोकते हैं। साथ ही यह नाक में किसी भी तरह के संक्रमण से भी बचाता है।
- नाक के अंदर की संरचना कैविटी प्रतिरोधी होती है। नाक के बाल नमी बनाए रखने वाली जाली बनाते हैं। जो किसी भी तरह के वायरस या बैक्टीरिया को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकता है।
- हवा में मौजूद धूल के कण, पराग, बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी भी अस्थमा का कारण बन सकते हैं। नाक के बाल इन सभी को फेफड़ों में जाने से रोकते हैं। इसलिए हम कह सकते हैं कि नाक के बाल भी अस्थमा के खतरे को कम करते हैं।
क्या आप जानते है नाक में कितने तरह के बाल होते है ?
मनुष्य की नाक में दो तरह के बाल होते हैं।
1. Vellus hair (वेल्लस बाल) – वेल्लस बाल महीन, छोटे और पारदर्शी होते हैं। वे पसीने को अवशोषित करते हैं और नाक के तापमान को नियंत्रित करते हैं। उन्हें मखमली बाल भी कहा जाता है। ये बाल अधिकांश शरीर और चेहरे को ढकते हैं। और रोशनी में ये नाक पर ज्यादा साफ दिखाई देते हैं। वेल्लस बालों का व्यास 30 माइक्रोन से भी कम होता है।
2. Terminal hair (टर्मिनल बाल) – Terminal hair (टर्मिनल बाल) Vellus hair (वेल्लस बाल) की तुलना में अधिक मोटे और गहरे रंग के होते हैं। वे वेल्स के बालों की तुलना में लंबे हैं। टर्मिनल बालों का व्यास आमतौर पर 60 माइक्रोन से अधिक होता है।
नाक का बाल मानव शरीर महत्वपूर्ण हिस्सा है। जरूरत पड़ने पर ही हमें इन्हें सावधानी से काटना चाहिए। अगर नाक के बाल नाक से बाहर निकल रहे हैं, तो उन्हें सावधानी से ही काटें। नाक के अंदर के बाल नहीं काटने चाहिए। जिस तरह नाखून की लंबाई बढ़ने पर ही हम जरूरत के हिसाब से नाखून काटते हैं। इसी तरह हमें जरूरत पड़ने पर ही नाक के बाल काटने चाहिए। नाक के बाल हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।
Nice information
thanks
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