सर्दियों में पिएं 15 तरह की इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय | Drink 15 types of immunity booster herbal tea in winter in Hindi
सर्दियों में पिएं 15 तरह की इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय जो हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करेगी।
हर्बल टी (Herbal Tea) और कुछ नहीं बल्कि एक प्रकार की आयुर्वेदिक चाय है जो सामान्य चाय की तरह बनाई जाती है। हर्बल टी में पोषक तत्वों का भंडार होता है। हर्बल चाय का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हम इसे अपने स्वाद अनुसार और हमारे शरीर की प्रकृति के अनुसार अलग-अलग तरीके से हर्बल चाय बना सकते हैं।
सर्दी का मौसम जो अपने साथ सर्दी, फ्लू, डेंगू और वायरल जैसी बीमारियां लेकर आता है। ये बीमारी कमजोर Immunity (रोग प्रतिरोधक शक्ति) वाले लोगो में ज्यादा होती है। बच्चे अक्सर सर्दियों के मौसम ज्यादा बीमार रहते हैं। अधिकतर घर – घर में खांसी-जुकाम के मरीज मिल ही जाते है।
Herbal Tea सर्दियों में Immunity Strong करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं। वैसे तो हर्बल टी का इस्तेमाल हर मौसम में किया जा सकता है लेकिन सर्दी के मौसम में इसके खास फायदे होते हैं। इस कोरोना काल में प्राकृतिक रूप इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए हर्बल चाय रामबाण उपाय है।
इस टाइम कोरोना के थर्ड वेब ने दस्तक दे दी है। दुनिया भर मे ओमीक्रोन का संकट गहराता जा रहा है। ऐसे में कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति पर कोरोना गंभीर रूप ले लेता है। इसलिए हमें भी अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए इन इम्युनिटी बूस्टर हर्बल टी का सेवन करना चाहिए।
हमारे कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए किचन से बेहतर कोई जगह नहीं है। हमारी रसोई घरेलु नुस्खों में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों का एक ऐसा भंडार है जो हमें मजबूत और स्वस्थ रख सकता है।
इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय के बारे में जो हम आपको बताने जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर जड़ी-बूटियां आपको अपनी रसोई में ही मिल जाएगी।
- हर्बल सौंफ की चाय | Herbal Fennel Tea in Hindi
अगर आप सर्दियों में अपनी इम्युनिटी स्ट्रांग करने के लिए किसी इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय की तलाश में हैं तो सौंफ की चाय से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। सौंफ में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। अगर आप सौंफ के सभी पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो कृपया आप हमारी पिछली पोस्ट “सौंफ की रोचक जानकारी और उसके पोस्टिक तत्व” पढ़ सकते हैं।
सौंफ के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण सौंफ की चाय इम्युनिटी बूस्टर बन जाती है।
हरी सौंफ में फाइबर, अमीनो एसिड, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व भी होते हैं। सौंफ की चाय इम्युनिटी को मजबूत करने के साथ-साथ वजन घटाने, पाचन शक्ति बढ़ाने, डायबिटीज और अन्य समस्याओं में फायदेमंद होती है। अगर आप सौंफ की चाय के फायदे और बनाने की विधि जानना चाहते हैं तो कृपया आप हमारी पिछली पोस्ट “सौंफ की चाय पीने के लाभ और बनाने का तरीका” पढ़ सकते हैं।
अगर आप सौंफ के लाजवाब फायदे और नुकसान जानना चाहते हैं तो कृपया आप हमारी पिछली पोस्ट “सौंफ खाने के लाजवाब फायदे और खाने के नुकसान” पढ़ सकते हैं।
2. हर्बल ग्रीन टी | Herbal Green Tea in Hindi
लो कैलोरी ग्रीन टी एक सुपरड्रिंक है। वजन कम करने के लिए लोग अक्सर ग्रीन टी पीते हैं। ग्रीन टी हमारे शरीर के चयापचय प्रक्रिया (मेटाबॉलिज्म प्रोसेस) को तेज करती है जिसके कारण वजन कम करने में मदद मिलती है। रिसर्च के अनुसार, ग्रीन टी में जो एंटीऑक्सिडेंट और कैटेचिन नाम का पॉलिफेनॉल तत्व होता है वो हमारे इम्यून सिस्टम को (बीमारियों से लड़ने की क्षमता) मजबूत करता है।
सर्दियों में हमें अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। वैसे भी इस कोरोना काल के थर्ड वेब (ओमीक्रोन) के दौरान प्राकृतिक तरीके से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए ग्रीन टी हमारे लिए एक बेहतरीन इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय हो सकती है। अगर हम इसमें कुछ नेचुरल चीजों को मिलाना चाहें तो इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। उदाहरण के लिए, अदरक, नींबू, शहद, तुलसी, गिलोय की छड़ें, अश्वगंधा, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च आदि।
3. हर्बल लेमन टी | Herbal Lemon Tea in Hindi
ग्रीन टी की तरह लेमन टी में भी लौ कैलोरी होती है। लेमन टी यानी नींबू चाय सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है, खासकर सर्दियों में। कोरोना काल में आए दिन इम्युनिटी की बात हो रही है। नींबू की चाय (Lemon Tea) विटामिन सी से भरपूर होती है, साथ ही इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो शरीर के संक्रमण को दूर करने के साथ-साथ इम्यूनिटी पावर को भी मजबूत करता है।
सर्दियों में अक्सर सर्दी, खांसी, गले में दर्द,खराश और फ्लू की समस्या हो जाती है। वैसे तो कोरोना में भी ये लक्षण होते हैं। नींबू एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक (Natural Antiseptic) है। रोजाना लेमन टी पीने से संक्रमण के कारण होने वाली बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है। सर्दियों में और खासतौर से कोरोना महामारी के प्रकोप के समय में सभी को लेमन टी जरूर पीनी चाहिए।
4. हर्बल तुलसी चाय | Herbal Tulsi Tea in Hindi
बदलते मौसम में सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्या एक आम समस्या है। ऐसे में सर्दी के मौसम में इम्युनिटी पावर के लिए तुलसी की चाय सबसे अच्छी इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय है। तुलसी की चाय में एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। तुलसी में पाए जाने वाले यूजिनॉल और एंटीऑक्सीडेंट के गुण बलगम को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में लोग तुलसी की चाय या फिर काढ़ा का उपयोग बड़े पैमाने में करने लग गए थे। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में लोगों ने इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर तुलसी की चाय या काढ़े का इस्तेमाल किया। अब इस कोरोना की तीसरी लहर (ओमीक्रोन) में भी इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय के विकल्प के तौर पर हमें तुलसी की चाय को भी चुनना चाहिए।
5. हर्बल अदरक की चाय | Herbal Ginger Tea in Hindi
वैसे तो हमारे दिन की शुरुआत दूध के साथ अदरक वाली चाय से होती है,लेकिन हमें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए बिना दूध के अदरक की चाय पीनी चाहिए। अदरक की चाय का सेवन ठंड में ज्यादा किया जाता है क्योंकि यह सर्दी-जुकाम, सिर दर्द जैसी मौसमी बीमारियों में राहत देती है।
अदरक में कई औषधीय गुण होते हैं। अदरक विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन ई, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और कैल्शियम के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भी भरपूर होता है।
6. हर्बल दालचीनी चाय | Herbal Cinnamon Tea in Hindi
दालचीनी की चाय हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, सर्दी और फ्लू से लड़ने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक तंत्र में सुधार के लिए बहुत महत्वपूर्ण इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय है। दालचीनी की चाय एक तरह से हीलिंग ड्रिंक होती है। दालचीनी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण भी होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और ठंड से काफी हद तक राहत देते हैं।
दालचीनी की चाय में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण भी पाए जाते हैं, जो दिल से जुड़ी कई बीमारियों से बचाव करते हैं। दालचीनी की चाय में शहद मिलाकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता और भी मजबूत होती है।
7. हर्बल हल्दी की चाय | Herbal Turmeric Tea in Hindi
हल्दी की चाय में पाए जाने वाले औषधीय गुण इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार हो सकते हैं। हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन गले में खराश और सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाने का काम करता है।
एक अध्ययन के अनुसार, हल्दी में करक्यूमिन नामक एक महत्वपूर्ण गुण होता है। जो इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट (रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला) और कार्डियोवास्कुलर प्रोटेक्टिव एजेंट (हृदय की सुरक्षा करने वाला) की तरह भी काम कर सकता है।
हल्दी की चाय बी लिम्फोसाइट्स कोशिका और टी लिम्फोसाइट्स कोशिका (श्वेत रक्त कोशिकाओं) जैसी प्रतिरक्षा कोशिकाओं के कामकाज में सुधार करने में मदद कर सकता है। ताकि शरीर संक्रमण और बीमारियों से आसानी से लड़ सके।
8. हर्बल पुदीने की चाय | Herbal Mint Tea in Hindi
वैसे तो सर्दियों में पुदीने की चाय पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, लेकिन पुदीने की तासीर ठंडी होने के कारण इसे सर्दियों में ज्यादा नहीं पीना चाहिए। पुदीने की चाय में जीवाणुनाशक गुण होते हैं जो खांसी, बुखार और सर्दी सहित अनेकों बीमारियों के बैक्टीरिया और वायरल से बचाने में मदद कर सकती है।
पुदीने की चाय में प्रचुर मात्रा में विटामिन बी, पोटेशियम, एंटीऑक्सिडेंट्स और कैल्शियम मौजूद होते है जो हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने और शरीर को स्वस्थ तरीके से काम करने में मदद करते हैं।
पुदीने की चाय सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकती है क्योंकि इसमें मेन्थॉल यौगिक (menthol compound) होता है, जिसमे सिरदर्द विरोधी (anti-headache) गुण को प्रदर्शित करता है। पेपरमिंट में मौजूद एल-मेंथॉल सक्रिय यौगक बंद नाक की समस्या में सुधार कर सकता है ।
पुदीने की चाय ऐंठन-रोधी (antispasmodic) का काम करती है। यह खांसी की इच्छा को दूर करता है। इसके सेवन से गले और छाती की मांसपेशियों को आराम मिलता है और सर्दी-जुकाम के लक्षण दूर होते हैं।
एक शोध के अनुसार पुदीने में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीट्यूमर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जेनिक गुण होते हैं। मौसमी एलर्जी को रोकने में भी पुदीने की चाय फायदेमंद हो सकती है। पुदीने में एंटी-एलर्जेनिक का गुण होता है जो सीजनल एलर्जी में राहत देता है।
इसके साथ ही पुदीने में रोसमारिनिक एसिड (Rosmarinic Acid) भी होता है, जिसमें एंटी-एलर्जेनिक के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। ये दोनों गुण मिलकर आंख और नाक की एलर्जी (rhinoconjunctivitis) से बचाव में मददगार हो सकते हैं।
9. हर्बल काली चाय | Herbal Black Tea in Hindi
बगैर दूध और चीनी की चाय को ब्लैक टी या फिर काली चाय कहते है। घर में बनी दूध और चीनी की चाय से ज्यादा ब्लैक टी के फायदे हैं। चाय कैमेलिया साइनेन्सिस (Camellia Sinensis) नामक पौधे से बनती है। काली चाय पॉलीफेनोल्स (polyphenols) जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है और इसमें प्रोटीन, सोडियम और कार्बोहाइड्रेट की न्यूनतम मात्रा भी होती है।
सर्दियों में शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए काली चाय का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। जब शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है तो रोग जल्दी नहीं होते और स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।
इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मददगार होते हैं। इससे बढ़ती उम्र के लक्षण जल्दी हावी नहीं हो पाते हैं।
यदि आप काली चाय के स्वाद का अधिक आनंद लेना चाहते हैं, तो आप इसमें कई तरह की घरेलू आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मिला सकते हैं।
10. हर्बल सफेद चाय | Herbal White Tea in Hindi
सफेद चाय या वाइट टी सुनने में नया नाम है लगता है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह ब्लैक टी (काली चाय) से ज्यादा फायदेमंद है। इस चाय को कैमेलिया (Camellia) के पौधे की पत्तियों से बनाया जाता है। व्हाइट टी में ब्लैक टी और ग्रीन टी की तुलना में बहुत कम कैफीन होता है। इसलिए वाइट टी ब्लैक टी से ज्यादा शरीर के लिए फायदेमंद होती है।
व्हाइट टी में ऐसे गुण होते हैं जो इम्युनिटी बूस्टर का काम करते हैं। सफेद चाय सर्दियों में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हमें संक्रमण से बचाती है। जब रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तो शरीर में बीमारियां कम होती हैं और हम लंबी उम्र जी पाते हैं। इसमें एंटी-एजिंग और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह त्वचा को टाइट और ग्लोइंग बनाने में मदद करती है। साथ ही यह त्वचा पर उम्र से पहले झुर्रियां नहीं आने देंती है।
11. हर्बल रोज टी | Herbal Rose Tea in Hindi
गुलाब की चाय एक शुद्ध हर्बल चाय है, जो गुलाब की पत्तियों से बनाई जाती है। गुलाब की चाय एक कैफीन मुक्त पेय है, जो अन्य चाय की तुलना में स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी है। गुलाब की चाय में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है। विटामिन सी हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए सबसे जरूरी है।
विटामिन सी की मात्रा अधिक होने के कारण गुलाब की चाय सर्दियों में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा पेय है। गुलाब की चाय में विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन ए, विटामिन बी3, विटामिन डी, विटामिन ई जैसे गुण पाए जाते हैं।
गुलाब की चाय आपकी सेहत के साथ-साथ ग्लोइंग स्किन में भी मदद कर सकती है। गुलाब की चाय शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सक्षम होती है, जिससे शरीर डिटॉक्स होता रहता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है। रोज टी पीने से तनाव कम होता है और मूड भी अच्छा रहता है। इसमें ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो पाचन क्रिया को ठीक करने के साथ-साथ हमारे शरीर में इंसुलिन को भी संतुलित करते हैं।
12. रोजमेरी हर्बल टी | Rosemary Herbal Tea in Hindi
रोजाना खाली पेट दूध वाली चाय पीना हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। ऐसे में आप रोजाना रोजमेरी हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं। रोज़मेरी को गुलमेंहदी के नाम से भी जाना जाता है, यह एक प्रकार की सदाबहार जड़ी-बूटी है। रोजमेरी की चाय में कई पोषक तत्व होते हैं, जिसमें एंटी-माइक्रोबियल, सैलिसिलिक एसिड, एंटी-वायरल, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल आदि शामिल हैं। ये तत्व शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और सर्दियों में इम्युनिटी पावर को बूस्ट करते हैं।
रोजमेरी में विटामिन सी अच्छी मात्रा में होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है। रोजमेरी की चाय में आयरन, कैल्शियम और विटामिन बी6 भी अच्छी मात्रा में होता है, जो शरीर को स्वस्थ और फिट रखता है। इसके अलावा, रोज़मेरी की चाय उचित रक्त परिसंचरण (blood circulation)को बनाए रखने, याददाश्त बढ़ाने और सरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती है।
13. मुलेठी हर्बल टी (लिकोरिस) | Mulethi Herbal Tea in Hindi
मुलेठी (लिकोरिस) जिसे आयुर्वेद में यष्टिमधु के नाम से भी जाना जाता है। सर्दी के मौसम में खांसी-जुकाम एक आम बीमारी है। ऐसे में इस कोरोना काल में हल्की खांसी-जुकाम हमारे दिल की धड़कन बढ़ा सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बहुत जरूरी है। ऐसे में कमजोर इम्युनिटी को मजबूत करने में मुलेठी की चाय मददगार हो सकती है।
मुलेठी की चाय प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती है। इसमें मौजूद एंजाइम शरीर को संक्रमण, रोगाणुओं, प्रदूषकों और एलर्जी से बचाते हैं।
14. हर्बल लेमन ग्रास टी | Herbal Lemon Grass Tea in Hindi
लेमनग्रास टी एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, कैंसर रोधी और एंटीडिप्रेसेंट गुणों से भरपूर होती है। लेमनग्रास टी में कैल्शियम, मैंगनीज, पोटेशियम, फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन सी, जिंक, कॉपर, आयरन और फोलिक एसिड जैसे गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ और फिट रखते हैं।
रोजाना दिनचर्या में एक कप लेमनग्रास चाय पीने से त्वचा में निखार आता है। रोजाना सिर दर्द हो या फिर माइग्रेन की प्रॉब्लम में लेमनग्रास टी फायदेमंद हो सकती है। यह चाय शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। लेमनग्रास टी गैस्ट्रिक प्रॉब्लम के लिए सबसे अच्छा उपाय है। यह चाय मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है।
15. हर्बल गुड़हल के फूल की चाय | Herbal Hibiscus Flower Tea in Hindi
सर्दियों में गुड़हल की चाय (Hibiscus Tea) एक बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर हर्बल चाय है। यह हर्बल चाय पूरी तरह से कैफीन और कैलोरी मुक्त (Caffeine and Calorie Free) है। गुड़हल की चाय में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीपैरासिटिक गुण होते हैं। ये गुण कई तरह के बैक्टीरिया, फंगल और पैरासाइट (परीजीवी) को दूर रखने में मदद कर सकते हैं, जिससे शरीर को संक्रमण से बचाया जा सकता है।
गुड़हल की चाय शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है जो तनाव और थकान को दूर कर अच्छी और गहरी नींद दिलाने में मदद करते हैं। यह फ्री रैडिकल के निर्माण से होने वाले नुकसान और बीमारी को रोकने में मदद कर सकता है।
निष्कर्ष(conclusion) – : दोस्तों इस लेख में हमने सर्दियों में अपनी इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए 15 तरीके की इम्यूनिटी बूस्टर हर्बल चाय के बारे में संक्षिप्त चर्चा की है। ये सभी हर्बल टी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं। लेकिन फिर भी हमें इन हर्बल टी को किसी गंभीर बीमारी के इलाज के तौर पर इस्तेमाल करने की गलती नहीं करनी चाहिए। किसी भी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए चिकित्सा/डॉक्टरी उपचार को प्राथमिकता दें।
हर्बल चाय का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति की प्रतिरक्षा स्थिति पर निर्भर करता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि हर्बल टी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम कर सकती है, लेकिन यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि इसका असर हर व्यक्ति पर एक जैसा होगा। हर्बल चाय एक स्वस्थ प्राकृतिक संतुलित आहार है जो अधिकतम स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार इन्हें जीवन का हिस्सा बनाएं और इस सर्दी में स्वस्थ रहें।
Disclaimer – : यह लेख केवल जानकारी मात्र है। TakeCareEveryday इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी हानि के लिए ब्लॉगर या लेखक उत्तरदायी नहीं है। इंटरनेट पर किसी भी नुस्खे या उपाय के बारे में पढ़े तो उसके इस्तमाल से पहले डॉक्टर और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य ले।
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